यूपी हेड : अमर नाथ साहू
मण्डल ब्यूरो चीफ : अजय लखमानी

वाराणसी: भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान को देखते हुए वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जा रहे हैं। स्टेशन प्रशासन ने आग से संभावित खतरों के मद्देनज़र फायर सेफ्टी को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि बीते समय में कैंट रेलवे स्टेशन पर एक गंभीर हादसे में लगभग 200 रेलकर्मियों के दोपहिया वाहन जलकर राख हो गए थे। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता उत्पन्न कर दी थी, जिसके बाद स्टेशन प्रशासन ने एक आंतरिक समीक्षा कर कई अहम कदम उठाए हैं।
स्टेशन डायरेक्टर के अनुसार, समीक्षा के बाद यह महसूस किया गया कि आग से निपटने की मौजूदा व्यवस्था में और मजबूती लाने की ज़रूरत है। इसी क्रम में प्लेटफॉर्म के किनारे और ट्रैक्स के पास मौजूद हाईड्रेंट लाइनों को बेहतर करने की दिशा में कार्य किया गया है। अर्पित गुप्ता ने बताया कि इन हाईड्रेंट लाइनों में लगातार 24 घंटे पानी की आपूर्ति बनी रहती है, जिससे आपात स्थिति में तुरंत पानी उपलब्ध हो सके।
स्टेशन पर इन लाइनों पर चिन्हित किए गए बिंदुओं पर अब विशेष फायर हाइड्रेंट नोजल्स लगाए गए हैं। इनका उद्देश्य यह है कि किसी भी आकस्मिक आग की घटना के दौरान तत्काल आग पर काबू पाया जा सके। केवल फायर क्रॉस लाइन को नोजल और वाल्व से जोड़ने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिससे बहुत कम समय में प्रभावी ढंग से आग बुझाई जा सके।
फिलहाल प्लेटफॉर्म नंबर 1 से लेकर 9 तक लगभग 20 हाइड्रेंट नोडल पॉइंट्स स्थापित किए जा चुके हैं। स्टेशन डायरेक्टर ने बताया कि इनका सफल परीक्षण भी किया गया है। परीक्षण के दौरान जो भी तकनीकी खामियां पाई गईं, उन्हें जल्द ही दुरुस्त किया जाएगा। इसके बाद प्लेटफॉर्म नंबर 10 और 11 पर भी इस प्रणाली को शीघ्र ही लागू किया जाएगा।
इसके साथ ही अर्पित गुप्ता ने यह भी बताया कि आगामी 28 अप्रैल को स्टेशन पर एक व्यापक फायर ऑडिट किया जाएगा। यह ऑडिट सुरक्षा व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति की जांच करेगा। उन्होंने बताया कि ऑडिट के बाद प्रशासन की योजना है कि आने वाले एक महीने के भीतर स्टेशन पर यह फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह से लागू कर दिया जाए।।।