ब्यूरो चीफ : अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : सत्यम् गुप्ता

वाराणसी: राजातालाब रेलवे क्रॉसिंग संख्या-13 पर जाम की समस्या नासूर बनती जा रही है। व्यस्ततम ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही अधिक है। इसलिए अक्सर क्रासिंग बंद रहती है। इससे दोनों तरफ लाइनों की कतार लगी रहती है। पिछले काफी दिनों से यहां आरओबी निर्माण की मांग की जा रही है। एमएलसी धर्मेंद्र राय ने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आए सीएम योगी के सामने इसका प्रस्ताव रखा।
राजातालाब क्रॉसिंग बंद होने के बाद भी लोग उसे पार करते हैं और रोज यहां हादसे को दावत देते हैं। इस रेलवे क्रासिग पर ओवरब्रिज या अंडरपास बनाए जाने की मांग सालों से चल रही है। यह समय-समय पर यहां का बड़ा चुनावी मुद्दा भी बनता रहा है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। रेलवे क्रॉसिंग तहसील राजातालाब और विकास खंड आराजी लाइन मुख्यालय से सटे जक्खिनी सह पंचकोसी मार्ग में पड़ती है। इस इलाके में बीस हज़ार से अधिक आबादी निवास करती है। इसे राजातालाब रेलवे क्रॉसिंग के नाम से जाना जाता है। वैसे तो यह क्षेत्र राजमार्ग 19 और रिंगरोड से चंद कदमों की दूरी पर पर स्थित है, लेकिन इसकी दूरी एक रेलवे क्रांसिग की वजह से काफी बढ़ी हुई है।

एमएलसी ने गुरुवार को वाराणसी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी के समक्ष समीक्षा बैठक में इस मुद्दे को उठाया। सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सर्वे की बात भी सामने आई, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। इसी बीच यहां के जहां अधिकांश नागरिक ओवरब्रिज या अंडरपास बनाए जाने के पक्ष में हैं। क्रासिग के किनारे 200 मीटर तक में जो मकान बने हैं। लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि अगर ओवरब्रिज या अंडरपास भी बन गया तो उनके घरों का क्या होगा।
लोगों का कहना है कि क्रॉसिंग हर 20 व 30 मिनट बाद बंद हो जाती है। इससे न सिर्फ सामान्य लोग, बल्कि बच्चों को स्कूल-कॉलेज जाने में भी परेशानी होती है। एक बार क्रासिंग पर जाम लगता है तो बना ही रहता है। इसीलिए लोग जान जोखिम में डालकर क्रासिग बंद होने के बाद निकलते रहते हैं। जाम से बचने के लिए बाइक वाले नीचे से बाइक निकालते हैं। इसलिए यहां के अधिकांश निवासियों की बाइक में साइड देखने वाले शीशे नहीं हैं, लेकिन हमारी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।।।