यूपी हेड : अमर नाथ साहू
मण्डल ब्यूरो : रोहित गुप्ता

वाराणसी: नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सोमवार को नगर विकास विभाग की गहन समीक्षा की। इस दौरान वाराणसी को स्वच्छ, सुंदर और डस्ट फ्री बनाने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देशित किया कि सड़क की पटरियों से अतिक्रमण हटवाकर उस पर घास उगवाएं। वहीं जहां जरूरत हो वहां, पाथवे का भी निर्माण कराया जाए। आगामी 15 दिनों में शहर के सभी नाले-नालियों और सीवर की पूरी सफाई कराई जाए और सिल्ट को समय से हटाया जाए। उन्होंने लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।
बैठक की शुरुआत नगर आयुक्त अक्षत वर्मा द्वारा मंत्री का स्वागत एवं नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रस्तुति से हुई। इसमें बताया गया कि शहर में जलकल विभाग सुपर साकर और बकेट मशीनों की मदद से सीवर और स्टॉर्म वॉटर ड्रेन की सफाई कर रहा है। वर्तमान में वाराणसी में दो डब्ल्यूटीपी के माध्यम से जल आपूर्ति की जा रही है, साथ ही 41 नए ट्यूबवेल और 152 हैंडपंप लगाए गए हैं।
जल जमाव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने शहर में 80 संभावित जलभराव स्थलों की पहचान की है और पर्याप्त संख्या में पंप की व्यवस्था कर ली है। नालों पर किए गए अतिक्रमण को लेकर बताया गया कि उन्हें जोनवार चिन्हित कर लिया गया है और अतिक्रमणकर्ताओं को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। 30 मई से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा और जुर्माना भी लगाया जाएगा।
नगर विकास मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिक्रमण हटाने में किसी तरह की ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि सड़कों के किनारे पटरियों पर घास लगाई जाए या जरूरत अनुसार पाथवे बनाए जाएं, जिससे वाराणसी को धूलमुक्त बनाया जा सके। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ठेले-खोमचे वालों को व्यवस्थित किया जाएगा और उन्हें सफाई के प्रति जागरूक किया जाएगा। मंत्री ने शहर की महान विभूतियों एवं पद्म पुरस्कार प्राप्त व्यक्तियों की स्मृति में उनके निवास स्थलों के पास स्मृति स्थल तथा अन्य सौंदर्यीकरण कार्य कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में महापौर अशोक कुमार तिवारी, विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरी, जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।।।