ब्यूरो रिपोर्ट : अमर नाथ साहू
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के गर्भगृह में अरघा पर दो श्रद्धालुओं के गिरने के मामले में गुरुवार को चार दरोगा सहित आठ पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। एसीपी सुरक्षा की जांच रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा, निगरानी और भीड़ प्रबंधन के लिए तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा ड्यूटी में लापरवाही बरती गई। इसके चलते अचानक अधिक संख्या में दर्शनार्थी गर्भगृह में प्रवेश कर गए और दो श्रद्धालु असंतुलित होकर अरघा पर गिर गए। विश्वनाथ धाम में सात अक्तूबर की रात सप्तर्षि आरती के बाद गर्भगृह में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा था। एक महिला और एक पुरुष दर्शनार्थी स्पर्श दर्शन करते समय धक्का-मुक्की और भीड़ के दबाव के कारण गर्भगृह में अरघा पर गिर गए थे।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
घटना से संबंधित लाइव वीडियो का प्रसारण विश्वनाथ धाम के ऑफिशियल यू-ट्यूब अकाउंट पर भी हुआ था। इस संबंध में डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि प्रकरण की जांच एसीपी सुरक्षा अमित कुमार श्रीवास्तव को सौंप कर रिपोर्ट तलब की गई थी। रिपोर्ट में सामने आया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा लापरवाही बरती गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर ड्यूटी पर तैनात भेलूपुर थाने के दरोगा सुरेश चंद्र द्विवेदी, मंडुवाडीह थाने के सिपाही भूपेश यादव, चेतगंज थाने की सिपाही वंदना सरोज, चौबेपुर की सिपाही प्रीति और पुलिस लाइन की सिपाही सुनैना निलंबित कर दी गई हैं। इसके अलावा बलिया के दरोगा रमाकांत राय, आजमगढ़ के दरोगा अजीत कुमार सिंह और गाजीपुर के दरोगा दुर्गेश कुमार को निलंबित करने के लिए संबंधित पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट भेज दी गई है। डीसीपी सुरक्षा ने कहा कि भविष्य में ऐसी चूक न होने पाए, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिसकर्मियों की ब्रीफिंग करते हुए उन्हें हिदायत दी गई है।