रिपोर्ट : रवि प्रताप आर्य
बलिया। बिजली नवरात्रि उत्सव का मज़ा किरकिरा कर रही। रसड़ा में विद्युत व्यवस्था धड़ाम हो गई है। गौरतलब हो कि मौसम खराब होने के साथ ही साथ बिजली की आपूर्ति प्रभावित होना तो सामान्य बात है, लेकिन बिना मौसम खराब हुए बिजली की आंख मिचौली इन दिनों लोगों को समझ में नहीं आ रही है। इसको लेकर विभाग के प्रति लोगों में आक्रोश पनप रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में रोस्टर चौपट है,विभागीय लोगों की लापरवाही की वजह से आपूर्ति नहीं मिल पाती है। छोटे से छोटे फाल्ट को ठीक करने में जिम्मेदार उदासीनता बरतते हैं। शेडयूल बेहतर होने के बाद भी बिजली सप्लाई न मिलने से सरकार की छवि धूमिल हो रही है। बताते चलें कि नवरात्रि दुर्गा पूजा का समय चल रहा है। रसड़ा में जगह – जगह दुर्गा पूजा – पंडाल बना। पूजा पंडाल व नगर को विभिन्न प्रकार के लाइट-झालरों से सजाया गया है ताकि नगर सहित पूजा पंडाल जगमग – जगमग करे लेकिन रसड़ा बिजली विभाग की घोर लापरवाही व उदासीनता के चलते पूजा -पंडालों में अंधकार छाया हुआ है तो वहीं कुछ समितियों द्वारा निजी व्यवस्था करके काम -चलाऊ स्थिति में लाइट जलाया जा रहा है। रसड़ा निवासियों में विद्युत विभाग को लेकर काफ़ी आक्रोश है।
👉 रसड़ा विद्युत विभाग की चौपट स्थिति पर व्यापारी नेता ने जताया आक्रोश
रसड़ा विद्युत विभाग की चौपट स्थिति पर व्यापार कल्याण समिति के संरक्षक सुरेशचंद जायसवाल ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि रसड़ा का नवरात्रि व रामलीला मशहूर है। रसड़ा का रामलीला वर्ल्ड हेरिटेज़ में शामिल है इसके साथ ही रसड़ा का रामलीला अयोध्या शोध संस्थान द्वारा पुरस्कृत भी है। रामलीला को देखते हुए विगत एक महीने से बिजली विभाग द्वारा तार बदलना, पोल बदलना व बिजली सुधार का कार्य किया गया, इसलिए कि रामलीला में बिजली व्यवस्था बाधित न हो लेकिन रसड़ा बिजली विभाग के रामलीला व नवरात्र से सम्बंधित सारे काम विफल साबित हो रहे हैं, जिसकी वजह से प्रकाश का पर्व अंधकार में डूबा हुआ है। व्यापारी नेता सुरेशचंद ने कहा कि प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश) का स्पष्ट आदेश है कि पर्व व त्यौहार पर विद्युत आपूर्ति निर्बाध रूप से बहाल रहे, विद्युत बाधित न रहे परन्तु लगता है कि रसड़ा विद्युत प्रशासन व जिला विद्युत प्रशासन, ऐतिहासिक रसड़ा रामलीला की छवि को धूमिल करने के लिए, योगी सरकार पर प्रश्न चिन्ह लगाने के लिए विद्युत की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं कर रही है। समाज़सेवी सुरेश चंद का कहना है कि योगी सरकार के आदेशों का असर बिजली विभाग के लोगों के सेहत पर नहीं पड़ रहा है। बिजली विभाग कर्मचारी योगी सरकार के मंशा के विपरीत काम कर रहे हैं। हिंदू जनमानस की भावनाओं के विपरीत कार्य करके शासन व प्रशासन की छवि को धूमिल किया जा रहा है।