HomeUncategorizedरसड़ा में रूद्राक्ष से निर्मित मां दुर्गा की प्रतिमा रहेगी आकर्षण का...

रसड़ा में रूद्राक्ष से निर्मित मां दुर्गा की प्रतिमा रहेगी आकर्षण का केंद्र बिंदु, शिवनगरी की अद्वितीय पहल

बलिया ब्यूरो : सुमित कुमार गुप्ता

बलिया। धर्म, संस्कृति व कलात्मक अभिरूचियां सामाजिक जीवन के अभिन्न अंग हैं। पूजा-पाठ, अनुष्ठान, तप, व्रत आदि भी मानव मन के भावनाओं की ही विभिन्न अभिव्यक्तियां हैं जो काल क्रम से बदलती रही हैं। इसी परिवर्तित परिवेश में हमारे समाज में मां दुर्गा पूजा का विशेष स्थान है। दुर्गा पूजा का बंगाल की धरती पर विशेष महत्व रहा है जहां कलाकारों ने मां दुर्गा प्रतिमाओं के सृजन में अपनी अभिरूचियों को संजोया है। आज दुर्गा प्रतिमाओं का अप्रतिम निर्माण रसड़ा के ऐतिहासिक भूमि पर भी देखने को मिल रहा है।छोटी काशी के नाम से सुविख्यात रसड़ा नगर की सुप्रसिद्ध दुर्गा पूजा में इस वर्ष भी पांच दर्जन से अधिक दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। जिनका नव निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर है वहीं कुछ समितियों द्वारा भव्य पंडाल बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। रसड़ा में वैसे तो विभिन्न समितियों द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमाएं निर्मित की जा रही है किंतु श्री मां शक्ति दुर्गा पूजा समिति मुहल्ला शिवनगरी उत्तर पट्टी रसड़ा द्वारा इस वर्ष आर्टिफिशियल रूद्राक्ष से निर्माण मां दुर्गा की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बिंदु रहेगी। वर्ष 2009 में पंकज गुप्ता द्वारा इस समिति की स्थापना की गई थी। स्थापना वर्ष से ही इस समिति द्वारा मटर की दाल, मोती, जौ, धूप, राजमा आदि से निर्मित प्रतिमाएं सभी को सम्मोहित करती चली आ रही हैं।* मूर्ति निर्माण करने वाले शिव मंदिर सेवा समिति उत्तर पट्टी-रसड़ा के कलाकार मुकेश साहनी, श्रवण साहनी, सोनू साहनी, जतन साहनी द्वारा रूद्राक्ष से निर्मित प्रतिमाओं को अंतिम रूप प्रदान किया जा रहा है।

👉 मां की पूजा से मिलती है असीम शक्ति

नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित कर पूजन-अर्चन से मन की शांति के साथ-साथ असीम शक्ति मिलती है। रसड़ा के श्री मां शक्ति दुर्गा पूजा समिति मुहल्ला शिवनगरी उत्तर पट्टी द्वारा यह प्रयास किया जाता है कि अद्वितीय तरीके से मां की प्रतिमाएं निर्मित कराकर भक्ति के साथ कला की अभिरूचियों को प्रस्फुटित की जाय। (राजकुमार गुप्ता, अध्यक्ष, श्री मां शक्ति दुर्गा पूजा समिति रसड़ा)

👉 प्रतिवर्ष नये रूप में कराई जाती है प्रतिमाएं निर्मित

रसड़ा की दुर्गा पूजा का एक विशेष महत्व है। वैसे तो रसड़ा में पांच दर्जन से अधिक प्रतिमाएं स्थापित की जाती है किंतु वर्ष 2009 से ही श्री मां शक्ति दुर्गा पूजा समिति द्वारा प्रतिवर्ष नये रूप की प्रतिमाएं स्थापित कर श्रद्धालु जनों को आकर्षित करने का काल-क्रम जारी रहता है। (पंकज गुप्ता, संस्थापक व कोषाध्यक्ष, श्री मां शक्ति दुर्गा पूजा समिति रसड़ा)

RELATED ARTICLES

Most Popular