ब्यूरो चीफ अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : रोहित गुप्ता

वाराणसी: कैंट रेलवे स्टेशन के पास स्थित भारत पेट्रोलियम पंप पर सोमवार को कर्मचारियों ने वेतन और बोनस में अनियमितताओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए और अपनी मांगें पूरी होने तक पंप संचालन न होने देने की चेतावनी दी।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हेमनाथ झा ने कहा कि कर्मचारियों का कई महीनों से वेतन नहीं बढ़ा है। 360 रुपये प्रतिदिन के मामूली वेतन में 14 घंटे काम कराया जाता है, जिसमें 12 घंटे की ड्यूटी और 2 घंटे हिसाब-किताब में लगते हैं।
कहा कि बोनस और पीएफ का पैसा भी कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। पेटीएम और एटीएम लेनदेन के बहाने कर्मचारियों का पीएफ पैसा निकालने का आरोप लगाया गया है। कुछ कर्मचारी 40 से अधिक वर्षों से सेवा में हैं, फिर भी उन्हें उचित वेतन और सुविधाएं नहीं मिल रहीं।
वहीं इस मामले में पेट्रोल पंप के मैनेजर विश्वनाथ शाह ने कर्मचारियों पर गबन का आरोप लगाया है. कहा कि कर्मचारियों ने ऑनलाइन भुगतान वाले लेनदेन में हेरफेर कर 4.5 लाख रुपये का गबन किया है। कुछ कर्मचारियों ने डुप्लीकेट परचियां बनाकर पैसे निकाले हैं। जब इस मामले की जांच शुरू हुई, तो कर्मचारी विरोध में उतर आए। प्रबंधन ने किसी कर्मचारी को न तो डांटा है और न ही नौकरी से निकाला है।
मांग पूरी होने तक कामकाज ठप…
पंप पर काम बंद होने के कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ है, लेकिन प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने अपनी मांग पूरी होने तक कामकाज ठप रखने की बात कही है।
कर्मचारियों की मांगें
- वेतन में वृद्धि और नियमित भुगतान।
- बोनस और पीएफ की रकम जारी करना।
- काम के घंटे कम कर उचित ड्यूटी शेड्यूल लागू करना।।।