ब्यूरो चीफ : अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : राकेश निषाद

वाराणसी: महाकुंभ-2025 के मद्देनजर श्रद्धालुओं की बढ़ी हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए, श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्पर्श दर्शन को बंद कर दिया गया है। श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि यह प्रोटोकॉल महाशिवरात्रि के दो दिन बाद तक लागू रहेगा, जिसमें पूरी तरह से स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही मंगला आरती के अलावा अन्य किसी भी आरती का टिकट भी नहीं जारी किया जाएगा।
महाकुंभ के दौरान लागू होने वाले प्रतिबंध…
- स्पर्श दर्शन स्थगित रहेगा
महाकुम्भ-2025 के दौरान, 12 जनवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्पर्श दर्शन पूरी तरह से स्थगित रहेगा। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। - आरतियों के संबंध में बदलाव
महाकुम्भ के दौरान केवल मंगला आरती के लिए ही टिकट प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त अन्य सभी प्रकार की आरतियों के लिए कोई भी टिकट उपलब्ध नहीं होगा। - गर्भगृह के चारों द्वारों से दर्शन की व्यवस्था
मंगला आरती के अलावा सभी आरतियों, जैसे कि मध्यान्ह भोग आरती, सम्रिशी आरती, और श्रृंगार आरती के दौरान श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह के चारों द्वारों से दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं को अधिकतम सुविधा प्रदान करने के लिए की जा रही है। - विशिष्ट अनुरोध के तहत दर्शन में बदलाव।
इस दौरान विशिष्ट अनुरोध के तहत दर्शन कराने की व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है।
o मंगला आरती के बाद से लेकर दोपहर 02:00 बजे तक विशिष्ट अनुरोध स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
o दोपहर 02:00 बजे से शाम 04:00 बजे तक ही विशिष्ट अनुरोध स्वीकार किए जाएंगे।
o विशिष्ट अनुरोध के तहत भी स्पर्श दर्शन की व्यवस्था नहीं होगी।
- श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के प्रबंधन द्वारा श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे इन बदलावों के अनुसार सहयोग करें, ताकि महाकुम्भ-2025 का आयोजन सुचारु रूप से संपन्न हो सके और सभी श्रद्धालुओं को दर्शन की सुविधा मिल सके।।।