यूपी हेड : अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : सत्यम् गुप्ता

वाराणसी: भीषण गर्मी के बीच गंगा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है, जिससे घाट किनारे बसे लोगों और किसानों की चिंता बढ़ गई है। बीते तीन दिनों के भीतर गंगा का जलस्तर लगभग एक फीट से अधिक बढ़ गया है। यदि यह बढ़ोत्तरी इसी तरह जारी रही, तो गंगा किनारे की रेत पर क्यारी बनाकर सब्जी और फल उगाने वाले किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्रा ने बताया कि गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने से स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। गंगा घाटों पर नहाने और अन्य धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने वाले लोगों से कहा गया है कि वे सतर्क रहें और पानी के बहाव के करीब न जाएं। फिलहाल गंगा के जलस्तर में वृद्धि से फसलों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लगातार निगरानी की जा रही है।
बलराम मिश्रा के अनुसार, हर साल गंगा दशहरा के बाद गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ता है और पितृपक्ष के बाद यह घटने लगता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही रुख देखा जा रहा है। गंगा के घाटों पर सुरक्षा के मद्देनज़र जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगातार चौकसी बनाए हुए हैं। प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
गौरतलब है कि गंगा का बढ़ता जलस्तर न केवल किसानों के लिए चिंता का विषय बनता है, बल्कि शहर के प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही और धार्मिक गतिविधियों को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे में घाट किनारे रहने वालों और क्यारी में खेती करने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।।।