ब्यूरो चीफ : अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : रोहित गुप्ता

वाराणसी: मल्टीनेशनल इन्वेस्टमेंट कंपनी के फर्जी आंकड़ों और चंद महीनों में दोगुना मुनाफा देने का झांसा देकर लाखों रुपए ठगने वाले दो आरोपियों को सारनाथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों ने अब तक 34 लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की।
पूर्व सैनिक समेत कई लोग ठगी के शिकार…
इन जालसाजों ने वाराणसी समेत पूर्वांचल के कई जिलों, गाजीपुर, चंदौली, दिल्ली और उत्तराखंड के कुल 34 लोगों से निवेश के नाम पर भारी रकम ऐंठी। ठगी का शिकार हुए लोगों में व्यापारी, सरकारी कर्मचारी और पूर्व सैनिक तक शामिल हैं।
पीड़ितों ने आरोपियों को उनके आवास से पकड़ा और फिर पुलिस को सूचना दी। सारनाथ पुलिस ने मुख्य आरोपी अवधेश कुमार और बरईपुर निवासी सेना से रिटायर अधेड़ को हिरासत में लिया। डीसीपी चंद्रकांत मीणा और एसीपी सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की। उनके खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया।
ठगी का तरीका…
आरोपियों ने लोगों को भारी मुनाफे का लालच देकर इन्वेस्टमेंट कराया। शुरुआत में कुछ महीने पैसा लौटाया, ताकि उनका विश्वास जीता जा सके। इसके बाद पैसा देना बंद कर दिया।
ठगी की घटनाएं…
- हीरालाल (गोरखपुर, इंजीनियर): 30 लाख रुपये निवेश किए। चार महीने तक मुनाफा मिला, फिर 16 महीने से भुगतान बंद।
• हरि प्रसाद (पुत्र नेवी में कार्यरत): 25.5 लाख रुपये ठगे गए।
• अलताफ अहमद (वाराणसी, जनरल स्टोर संचालक): 10 लाख रुपये निवेश कराए गए। पांच महीने तक मुनाफा दिया, फिर धोखा।
• राजनाथ यादव (गन्ना विभाग कर्मचारी): 30 लाख रुपये का निवेश कराया गया।
• सुमन (दिल्ली): 11.5 लाख रुपये और नौकरी दिलाने के नाम पर 20 हजार नकद ठगे गए।
एसीपी सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी ने कहा कि यह एक बड़े ठगी रैकेट का हिस्सा हो सकता है। फिलहाल, दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है।।।