यूपी हेड : अमर नाथ साहू
मण्डल ब्यूरो : चन्दन यादव

वाराणसी: एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को फतेहपुर के एक लेखपाल को 5 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई फतेहपुर के कल्याणपुर इलाके में की गई. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है. वहीं वाराणसी में भी रिश्वत लेते नगर निगम के लिपिक को टीम ने पकड़ लिया।
फतेहपुर जिले के बिंदकी इलाके के गांव घोरहा के रहने वाले किसान चक्रदत्त तिवारी पुत्र नारायण दत्त तिवारी ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन प्रयागराज मंडल में शिकायत दर्ज कराई थी. आरोप लगाया था कि उन्होंने उप जिलाधिकारी बिंदकी के कार्यालय में नजरी नक्शा बनाने के लिए आवेदन किया था. इसके लिए जिले के ही थाना कोतवाली इलाके के अहमदगंज के रहने वाले लेखपाल सीताराम पुत्र अशोक कुमार ने 5 हजार की रिश्वत मांगी।

रुपये लेने की जिद पर अड़ा था लेखपाल…
चक्रदत्त का कहना है कि उन्होंने लेखपाल से रुपये मांगने का कारण पूछा, इस पर उसने कहा कि बिना रुपये दिए काम नहीं होगा. रुपए देंगे तभी नजरी नक्शा मिलेगा. इस पर चक्रदत्त ने कहा कि ‘यह तो आपका काम ही है, इसके लिए सरकार आपको पैसा देती है’. इस पर लेखपाल ने कहा कि यह सब वह नहीं जानता है. बिना रुपये दिए काम नहीं होगा, जहां शिकायत करनी हो कर सकते हो.
टीम ने पकड़ने के लिए तहसील में बिछाया जाल : चक्रदत्त तिवारी ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज की टीम को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी. भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम ने प्रभारी निरीक्षक अंजली यादव के नेतृत्व में तहसील परिसर बिंदकी के कानूनगो कार्यालय में जाल बिछाया. सादी वर्दी में इंस्पेक्टर अंजली यादव, निरीक्षक अलाउद्दीन अंसारी, निरीक्षक राकेश बहादुर सिंह के साथ टीम मौजूद रही।
मंगलवार को लेखपाल सीताराम ने जैसे ही रिश्वत के 5 हजार रुपये हाथ में पकड़े, भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद टीम उसे लेकर कल्याणपुर थाने में पहुंची. वहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया. आरोपी लेखपाल के खिलाफ अब विभागीय जांच भी होगी।
वाराणसी में 5 हजार की रिश्वत के साथ पकड़ा गया नगर निगम का लिपिक…
वाराणसी में अलग-अलग विभागों में भ्रष्टाचार को लेकर करवाई जारी है. एंटी करप्शन टीम की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक नगर निगम के मुख्य अभियंता कार्यालय में तैनात रामविलास शर्मा लिपिक है. वह चंदौली के चकिया का रहने वाला है. लंबे समय से वह नगर निगम में कार्यरत है।
रुपये न मिलने पर रोक दिया काम…
एक वाई-फाई कंपनी को अंडरग्राउंड वायरिंग के लिए सड़क कटिंग के लिए एनओसी चाहिए थी. इसके लिए लिपिक ने 5000 की डिमांड की थी. रुपये न मिलने पर उसने काम को रोक रखा था. कंपनी में लोगों ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी।
मंगलवार को कंपनी ने टीम की रणनीति के अनुसार रुपये देने की बात कही, रामविलास ने जैसे ही रुपये हाथ में पकड़े. टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को टीम सिगरा खाने में लेकर पहुंची।।।