ब्यूरो चीफ : अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : राकेश निषाद

वाराणसी: पुलिस, जल पुलिस और एनडीआरएफ के अधिकारियों ने मांझी समाज के साथ जल पुलिस कार्यालय में मीटिंग की। इसमें नाविकों को गाइडलाइन से अवगत कराया गया। वहीं नियमों के पालन की हिदायत दी। नाविकों ने महाशिवरात्रि की रात में भी नौका संचालन की अनुमति मांगी।
एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी ने कहा कि महाशिवरात्रि को लेकर सुरक्षा के दृष्टिगत मांझी समाज के साथ मीटिंग हुई। महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ के पलट प्रवाह का लोड वाराणसी में रहेगा। ऐसे में नाविक समाज के साथ बैठकर रणनीति बनाई गई। मांझी समाज के लोगों से सुझाव लिया गया। उन्होंने बताया कि नाविकों के लिए पहले से ही सुरक्षा मानक निर्धारित हैं। नाविक सिंधिया घाट से अहिल्याबाई घाट तक सवारियों को नाव से नहीं उतारे, चढ़ाएंगे।

मां गंगा निषादराज सेवा न्यास के अध्यक्ष प्रमोद मांझी ने कहा कि मीटिंग में अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई। महाशिवरात्रि के दौरान लोगों को सुरक्षित नौकायन कराया जाए, यही प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि काशी में भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती है कि मीटिंग कर व्यवस्था को व्यवस्थित करना जरूरी है। उन्होंने आज कर बहुत सारी ऐसी नौका का संचालन किया जा रहा था, जिनसे धुआं निकल रहा था। इससे बनारस की छवि खराब हो रही थी।
उन्होंने नाविकों से अपील किया कि अपने नावों के इंजन को ठीक करा लें। सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखें। प्रशासन के साथ ही मांझी समाज भी इस तरह के नावों का संचालन रुकवाएगा। उन्होंने कहा कि भीड़ के सापेक्ष नाविकों की कमी है, इसलिए नए लोगों से नौकायन करवा रहे हैं, लेकिन उन्हें भी बार-बार हिदायत दी जाती है। कोशिश की जाएगी कि लाइफ जैकेट और ओवरलोडिंग के मानकों का शत-प्रतिशत पालन कराया जाए।।।