ब्यूरो चीफ : अमर नाथ साहू
रिपोर्ट : राकेश निषाद

वाराणसी: नए साल की शुरुआत वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के लिए खास उपलब्धि लेकर आई। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने पिछले कुछ महीनों में गुम या चोरी हुए 121 मोबाइल फोन को रिकवर किया है। इन मोबाइलों की कुल कीमत करीब 24 लाख रुपये आंकी गई है। नववर्ष के अवसर पर, इन मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंपकर पुलिस ने उनके चेहरे पर मुस्कान लौटा दी।
मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा, “हर मोबाइल फोन सिर्फ एक गैजेट नहीं होता, बल्कि उसमें व्यक्ति की भावनाएं और यादें कैद होती हैं। उसमें बच्चों के जन्मदिन, शादी और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की तस्वीरें और वीडियो होते हैं। ऐसे में मोबाइल गुम हो जाने से सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं होता, बल्कि भावनात्मक आघात भी लगता है। इन मोबाइलों को वापस पाकर लोग काफी खुश हैं।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के पीछे क्राइम ब्रांच की टीम का योगदान सराहनीय है। एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने इन गुम हुए मोबाइलों को ट्रेस करने के लिए तकनीकी और विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया। पुलिस ने कई मामलों में साइबर ट्रेसिंग और तकनीकी निगरानी के माध्यम से इन मोबाइलों को खोजा।
नववर्ष पर खुशियां लौटीं…
पुलिस ने इन 121 मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंपकर उनका नया साल यादगार बना दिया। मोबाइल वापस पाकर लोग बेहद खुश नजर आए। पुलिस कमिश्नर ने कहा, “नववर्ष पर हम चाहते थे कि यह साल लोगों के लिए खुशी से भरा हो। जिन लोगों को उनके मोबाइल लौटाए गए, उनके लिए यह एक अनमोल तोहफा है।”
पिछले साल भी शानदार कामयाबी…
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 2024 में भी वाराणसी पुलिस ने इसी तरह से 350 मोबाइल फोन रिकवर कर उनके मालिकों को लौटाए थे। यह पुलिस की लगातार मेहनत और जनसेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
आम जनता के लिए संदेश…
मोहित अग्रवाल ने कहा, “हमारी कोशिश है कि वाराणसी पुलिस हमेशा जनता के भरोसे पर खरा उतरे। आने वाले समय में भी हमारी क्राइम ब्रांच इसी तरह की सफलताएं हासिल करती रहेगी। यह उपलब्धि हमारे लिए प्रेरणा है कि हम अपराधियों पर सख्ती और जनता की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें।”
जनता ने की सराहना…
जिन लोगों को उनके मोबाइल लौटाए गए, उन्होंने वाराणसी पुलिस का आभार व्यक्त किया। एक व्यक्ति ने कहा, “मेरा मोबाइल महीनों पहले खो गया था। उसमें मेरे बच्चों की जन्मदिन की तस्वीरें थीं। मुझे लगा था कि वह कभी वापस नहीं मिलेगा, लेकिन पुलिस ने इसे ढूंढकर मुझे लौटा दिया। मैं इसके लिए पुलिस का बहुत धन्यवाद करता हूं।”
टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल…
क्राइम ब्रांच की इस सफलता में आधुनिक तकनीक का बड़ा योगदान रहा। पुलिस ने मोबाइल ट्रेसिंग, IMEI नंबर मॉनिटरिंग और साइबर तकनीकों का कुशलता से इस्तेमाल किया।।।