ब्यूरो रिपोर्ट : न्यूज़ हैक 24
बलिया। इंदरपुर स्वास्थ्य विभाग की जनपदीय टीम एडिशनल सीएमओ पद्मावती गौतम के नेतृत्व में नगरा बाजार में अवैध तरीके से संचालित प्राइवेट अस्पतालों पर शनिवार को छापेमारी की। इस दौरान नगरा-सिकंदरपुर मार्ग पर ब्रह्म स्थान के पास अवैध तरीके से बेसमेंट संचालित आयुष मेडिकल एंड क्लीनिक अस्पताल मिला। मिली जानकारी के अनुसार,एक छोटे से कमरे में एक प्रसूता नीतू निवासी एकइल भर्ती मिली। इसे अधिकारियों ने तुरंत राजकीय अस्पताल में एडमिट कराने के लिए पति को निर्देशित किया। अस्पताल कमरे में 10 बेड लगे थे। जांच में पाया गया कि अस्पताल पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। अधिकारियों ने अस्पताल संचालक के एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने हेतु नोटिस दिया। बताते चलें कि चचयां नहर मार्ग पर हड्डी अस्पताल राजू सेवा सदन के प्लास्टर रूम व एक्सरे रूम को सील कर दिया।
एक्सरे का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था। अधिकारियों ने बताया कि हड्डी अस्पताल हम सबके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। टीम ने बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे बिंदू अस्पताल व नैना अस्पताल को सील कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम भीटकुना मोड़ पर संचालित शिवम अस्पताल पर पहुंची। अस्पताल रजिस्टर्ड तो था, लेकिन पर्ची पर लिखी चिकित्सकों की डिग्री फर्जी निकली। वहां, मौजूद महिला चिकित्सक ने जेएएनएम किया था, लेकिन पर्ची पर बीएएमएस प्रसूता रोग विशेषज्ञ लिखा हुआ था। अधिकारियों ने महिला स्टाफ को जम कर फटकार लगाई।