ब्यूरो रिपोर्ट : अमर नाथ साहू
वाराणसी(ब्यूरो)। जनपद के सारनाथ थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता ने एक अपार्टमेंट पर छापा मारा। उनके साथ सिविल ड्रेस में एक युवक भी था, जिसने गार्ड से खुद को CM योगी का OSD बताया। अपार्टमेंट में शहर के बड़े कारोबारी जुआ खेल रहे थे। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने जुए की फड़ पर रखे 40 लाख रुपए दो बैग में भर लिए। एक CCTV फोटो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि इंस्पेक्टर लिफ्ट से उतर रहे हैं, उनके साथ का युवक हाथ में दो बैग पकड़े हुए है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने इंस्पेक्टर गुप्ता को पहले लाइन हाजिर, फिर सस्पेंड कर दिया। विवेक त्रिपाठी को सारनाथ का नया प्रभारी बनाया गया है। डीसीपी वरूणा चंद्रकांत मीना इसकी जांच कर रहे हैं।
इंस्पेक्टर निकल गए, बाकी टीम बाहर खड़ी रही
सारनाथ क्षेत्र में गुरुवार (7 नवंबर) की रात रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट में जुआ चल रहा था। शहर के कई कारोबारी जुआ खेल रहे थे। लाखों का दांव लग रहा था। तभी UP65A-G1208 नंबर की पुलिस जीप आई। जीप सारनाथ इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता की थी। उनके साथ ड्राइवर गोरख प्रसाद, हमहारी दीवान कन्हैया प्रसाद और एक युवक था। लिफ्ट से अपार्टमेंट के अंदर सिर्फ इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता और युवक आया। बाकी पूरी टीम बाहर खड़ी रही। थोड़ी देर बार इंस्पेक्टर बाहर निकले। फिर पता नहीं चला कहां गए। बाकी पुलिस कर्मी उनका काफी देर तक इंतजार करते रहे।
डेढ़ लाख हारने पर जुए की मुखबिरी की
जुआ वाराणसी के बड़े व्यापारी खेल रहे थे, इसलिए किसी ने इंस्पेक्टर की करतूत का खुलासा नहीं किया। मगर, डेढ़ लाख रुपए हारने वाले एक व्यापारी ने राज खोल दिया। सूत्रों के अनुसार, जुए के फड़ पर कचहरी क्षेत्र के चर्चित साड़ी कारोबारी का बेटा और एक दल से जुड़े नेता ‘महाराज’ और एक कथित ड्राइवर भी था। मामला खुलते ही चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। अधिकारियों को सूचना मिली, तो घटनास्थल और उससे जुड़े लोगों की तलाश तेज हुई है।लिफ्ट के सामने वाहन को रोकाअपार्टमेंट के एक गार्ड ने बताया- 7 नवंबर की रात एक वाहन से दो लोग पहुंचे थे। एक युवक सफेद शर्ट में था, जबकि पीछे एक इंस्पेक्टर थे। सफेद शर्ट पहने युवक ने खुद को मुख्यमंत्री का OSD बताया। उसने गाड़ी सीधे लिफ्ट के सामने रोका। साथ में कुछ सिपाही भी थे।दोनों लिफ्ट से ऊपर रात करीब 2 बजे गए। वापस लौटे तो दो काले रंग के बैग के साथ थे। इसके बाद चले गए। बताया गया कि इंस्पेक्टर का साथी स्थानीय पत्रकार है। बताया गया कि दोनों 40 से 50 लाख रुपए लेकर चंपत हो गए। वहां पर करीब एक करोड़ रुपए कैश था। प्रकरण में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि किसी अधिकारी के पास शिकायत नहीं आई है।