HomeUncategorizedपाकिस्तान के लिए जासूसी में गिरफ्तार तुफैल से जुड़े पांच संदिग्धों से...

पाकिस्तान के लिए जासूसी में गिरफ्तार तुफैल से जुड़े पांच संदिग्धों से पूछताछ करेगी ATS, जांच में चौकाने वाले खुलासे

यूपी हेड : अमर नाथ साहू
मण्डल ब्यूरो चीफ : अजय लखमानी

वाराणसी: नवापुरा, हनुमान फाटक निवासी मोहम्मद तुफैल की गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस की जांच लगातार कई चौंकाने वाले खुलासे कर रही है। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और संवेदनशील सूचनाएं भेजने के आरोप में गिरफ्तार तुफैल वर्तमान में लखनऊ की जेल में बंद है। अब एटीएस उसके व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े पांच संदिग्ध मोबाइल नंबर धारकों से पूछताछ करने की तैयारी में है। ये सभी व्यक्ति वाराणसी के जैतपुरा और आदमपुर थाना क्षेत्रों में रहने वाले हैं और तुफैल के बनाए 19 व्हाट्सएप ग्रुपों में शामिल थे।

एटीएस की जांच में सामने आया है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद तुफैल ने अपने मोबाइल से कुछ चैट्स और डेटा डिलीट किए थे। इन्हें रिकवर करने की प्रक्रिया चल रही है। एटीएस का मानना है कि यह डेटा पाकिस्तान से उसके संपर्क और उसके जरिए की गई गतिविधियों के साक्ष्य हो सकते हैं। पेशे से मदरसे में पढ़ाने वाला तुफैल करीब 14 साल पहले खुद पढ़ाई छोड़ चुका था। वह उर्दू में दक्ष और अंग्रेजी में सामान्य जानकारी रखता है। सात साल पहले कन्नौज और पंजाब के सरहिंद की यात्रा के दौरान वह पाकिस्तान से जुड़े लोगों के संपर्क में आया।

तुफैल कट्टर इस्लामी विचारधारा का समर्थक बन गया था। वह तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के नेता मौलाना साद रिजवी के भाषणों से प्रभावित था और मजलिसों में उसी अंदाज में तकरीरें करता था। एटीएस के अनुसार, एक पाकिस्तानी हैंडलर ने उसे सरहिंद में मौलाना साद के भाषण सुनने को प्रेरित किया और इसके बाद वह पाकिस्तानी व्हाट्सएप ग्रुपों से जुड़ गया।

एक और चौंकाने वाला खुलासा यह है कि तुफैल पाकिस्तान के फैसलाबाद निवासी नफीसा के हनी ट्रैप में फंस गया था। नफीसा ने खुद को पाकिस्तानी सैनिक की पत्नी बताया और तुफैल से धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों की तस्वीरें और जानकारी मंगवाई। तुफैल ने नफीसा को उपहार भी भेजे, जिनकी खरीदारी कहां से की गई, किन माध्यमों से भेजा गया, इसकी भी एटीएस पड़ताल करेगी।

मंगलवार तक एटीएस को तुफैल की कस्टडी रिमांड मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद उसे उन सभी स्थानों पर ले जाया जाएगा जहां वह पाकिस्तान से जुड़े लोगों से मिला था। परिवार की ओर से तुफैल के ममेरे भाई सकलैन ने कहा कि उन्हें इस पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं थी। उन्होंने एटीएस को सहयोग का भरोसा दिलाते हुए कहा कि यदि तुफैल दोषी है तो उसे कड़ी सजा दी जाए, देश विरोधी गतिविधि में शामिल किसी व्यक्ति के लिए उनके घर में कोई जगह नहीं है।।।

RELATED ARTICLES

Most Popular