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श्री अन्न को वैश्विक पहचान दिलाने की पहल, कृषि मंत्री ने एफपीओ प्रतिनिधियों संग की समीक्षा बैठक, मोबाइल वैन योजना को हरी झंडी देकर किया रवाना

यूपी हेड: अमर नाथ साहू
मण्डल ब्यूरो : रोहित गुप्ता

वाराणसी: मिर्जामुराद क्षेत्र के कल्लीपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में शुक्रवार को प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनके बाज़ारीकरण व अन्य समस्याएं एवं उनका समाधान के बारे में विस्तृत चर्चा किया। इस बैठक में श्री शाही जी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि भारत के पारंपरिक खाद्य अनाज ‘श्री अन्न’ (मिलेट्स) को वैश्विक पहचान मिले और देश व विदेश के हर थाली में कम से कम एक भारतीय खाद्य उत्पाद सम्मिलित हो।

बैठक में वाराणसी के एफपीओ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने अपने क्षेत्र में उत्पादित अन्न, समस्याएं, मार्केटिंग की स्थिति और किसानों की भागीदारी की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर आचार्य नरेन्द्रदेव कृषि एवं प्रौधौगिक विश्वविद्यालय अयोध्या के कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी व कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक गण सहित कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

कृषि मंत्री ने एफपीओ को कृषि विविधीकरण की ओर प्रेरित करते हुए कहा कि परंपरागत खेती के साथ श्री अन्न, अरहर, ढैंचा, मक्का जैसी फसलों की ओर किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने ढैंचा को कम लागत व कम पानी में अधिक आमदनी देने वाली फसल बताते हुए कहा कि इसका बीज एक सप्ताह के भीतर सभी जनपदों में 50% अनुदान पर उपलब्ध होगा। उन्होंने मक्का की खेती को भी प्रोत्साहित करते हुए बताया कि मक्का से एथेनॉल उत्पादन, पशु चारा और पोल्ट्री सेक्टर में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कि “श्री अन्नपूर्णा एफपीओ” को असम राइफल्स, मेघालय द्वारा 5 मीट्रिक टन प्रतिमाह मिलेट्स की आपूर्ति का आदेश प्राप्त हुआ है, जो क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।

कृषि मंत्री ने मौके पर अन्न की बिक्री के लिए तैयार एक मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो शहरों में भ्रमण कर उत्पादों की बिक्री करेगी।

एफपीओ प्रतिनिधियों द्वारा बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आ रही समस्याओं को लेकर उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया। कि बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याओं का शीघ्र निस्तारण किया जाए। साथ ही एफपीओ की एक समरी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश भी दिया।

समीक्षा बैठक में मुख्य रूप से डॉ. एनके सिंह, डॉ. राहुल सिंह, डॉ. प्रतीक्षा सिंह समेत दर्जनों वैज्ञानिक व किसान मौजूद रहे।।।

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