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कल रसड़ा आएंगे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक,क्या स्वास्थ्य मंत्री के आगमन पर भी रसड़ा अस्पताल परिसर में स्थित अवैध पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड सेंटर खुले रहेंगे?सीएम के आगमन पर सीएमओ के सामने सबसे बड़ी चुनौती

ब्यूरो रिपोर्ट: रवि प्रताप आर्य

बलिया। उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक कल यानी 17 अप्रैल 2025 को रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल जानने के लिए आ रहे हैं। डिप्टी सीएम के आगमन पर खासतौर से स्वास्थ्य महकमे में खासा हलचल देखने को मिल रहा है। बलिया मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) भी स्वास्थ्य मंत्री के आगमन की सूचना पर रसड़ा अस्पताल का ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य कर्मियों सहित सीएचसी रसड़ा अधीक्षक को अस्पताल ए सूरत की व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त करने का निर्देश भी मिला है।

सीएमओ के सामने अस्पताल परिसर में स्थित अवैध पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड सेंटर सबसे बड़ी चुनौती

रसड़ा। योगी सरकार झोलाछाप डॉक्टर, अवैध पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर सहित अवैध नर्सिंग होम्स पर लगातार कार्यवाही कर रही है। बावजूद इसके रसड़ा अस्पताल परिसर सहित रसड़ा क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम्स, पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड सेंटर धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग को इनकी खबर ना हो. उप मुख्यमंत्री के रसड़ा आगमन की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग के आला-अफसर व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त करने के लिए दिन – रात एक कर चुके हैं। इन सबके बावजूद बलिया सीएमओ के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसड़ा के परिसर में अवैध पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर अब तक कैसे फल -फूल रहे हैं। स्वास्थ्य सूत्रों के अनुसार, रसड़ा में एक भी अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत नहीं है बल्कि अवैध रूप से संचालित है। आपको बताते चलें कि इन अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर व पैथोलॉजी में हर रोज भोले-भाले गरीब मरीजों का दोहन होता है.

स्वास्थ्य विभाग के मिली भगत से फल फूल रहे हैं अवैध पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर व नर्सिंग होम्स

रसड़ा। रसड़ा अस्पताल परिसर सहित क्षेत्र में जगह-जगह कुकुरमुत्ता की भांति अवैध पैथोलॉजी,अल्ट्रासाउंड सेंटर व नर्सिंग होम्स फल – फूल रहे हैं। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कभी -कभी छापेमारी कर इन अवैध पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड सेंटर व नर्सिंग होम्स पर सील की कार्यवाही की जाती है लेकिन चंद दिनों में ही इन अवैध स्वास्थ्य दुकानों का ताला खुल जाता है। सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग के आला -अफसरों का इन अवैध पैथोलॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर व नर्सिंग होम्स पर खासा संरक्षण रहता है, जिसकी वजह से धड़ल्ले से अवैध पैथोलॉजी नर्सिंग होम्स चल रहे हैं।

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