रिपोर्ट : रवि प्रताप आर्य
बलिया : रसड़ा नगर के प्रतिष्ठित स्वर्ण व्यापारी गणेश जी वर्मा व नवरत्न जी वर्मा ने संयुक्त रूप से रसड़ा स्टेशन रोड, शिवम् गली, शंकर राम का पोखरा स्थित शंकर जी के मंदिर में विशुद्ध धार्मिक भावनाओं के साथ त्रिशूल अर्पित किया है। 10 फुट ऊँचा जर्मन सिल्वर से निर्मित त्रिशूल रसड़ा स्वर्ण व्यापारी गणेश जी (आर. जी. एन.परिवार) ने रसड़ा शिवम् गली स्थित शिव मंदिर को समर्पित किया है। वहीं विशेष वार्ता के दौरान व्यापारी गणेश जी वर्मा ने बताया कि व्यापार के साथ -साथ धार्मिक कार्य व धार्मिक यात्रा करना जीवन का प्रमुख उद्देश्य रहा है। कहा कि तुलसी पंछी के पिए घटे न सरिता नीर, धरम किए धन न घटे सहाय करे रघुवीर। मतलब नदियों का जल दूसरों की प्यास बुझाने के लिए होता है, किसी के पानी पी लेने से नदी का जल कम नहीं हो जाता है, यदि सरिता का नीर पक्षी पी ले तो वो कभी नहीं घटता वैसे ही धार्मिक कार्यों में खर्च किया गया धन कभी नहीं घटता बल्कि स्वयं प्रभु उसके बदले कई गुना लौटा देते हैं।
श्री वर्मा ने कहा कि जब दान देने का सुअवसर मिले तो दिल खोलकर उदारतापूर्वक दें। दान देकर सुख की जो अनुभूति होती है उसका वर्णन शब्दों द्वारा नहीं किया जा सकता। उस दिव्य आनंद की अनुभूति उसे ही होती है जो प्रेम एवं उदारतापूर्वक दान करता है।
वहीं फर्म आर. जी. एन . परिवार के द्वारा किए गए इस पुनीत कार्य की प्रशंसा करते हुए व्यापार कल्याण समिति रसड़ा के संरक्षक सुरेश चंद जायसवाल ने कहा कि स्वर्ण व्यापारी गणेश जी व नवरत्न जी के धार्मिक कार्य वास्तव में प्रशंसनीय है। हिंदू समाज के लोगों को गणेश जी के धार्मिक कार्यों से सीख लेनी चाहिए। समाज के संपन्न लोगों को आगे आकर धार्मिक कार्यों में अपना भरपूर योगदानदेना चाहिए,जहां कहीं भी मंदिरों के जीर्णोद्धार की जरूरत हो वहां दान धर्म करके धार्मिक कार्यों में पूरे मनोयोग से लगना चाहिए।
आज के परिवेश में अपने बच्चों के साथ मंदिरों में जाकर दान – पुण्य, पूजा – अर्चना करनी चाहिए ताकि बच्चों में भी धार्मिक भावनाएं निहित हो सके। इस मौक़े पर रसड़ा वरिष्ठ भाजपा नेता गोपाल जी सोनी, अमित गुप्ता, बल्लू जी सोनी के साथ अन्य लोग भी मौजूद रहें।